5 SIMPLE TECHNIQUES FOR पारद शिवलिंग किसे कहते हैं

5 Simple Techniques For पारद शिवलिंग किसे कहते हैं

5 Simple Techniques For पारद शिवलिंग किसे कहते हैं

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 मोक्ष प्राप्ति का द्वार खोलता है पारद शिवलिंग।

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

पारद और स्फटिक में से कौन-सा शिवलिंग बेहतर होता है?

हिंदू धर्मात भगवान शिवाची उपासना अतिशय महत्तवाची मानली जाते. सर्व प्रकारच्या शिवलिंगांच्या पूजेमध्ये पारद शिवलिंगाचे खूप महत्त्व आहे.

इसकी स्थापना शुक्रवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में अथवा दिवाली और नवरात्री मे करें।

पाऱ्यापासून निर्मित शिवलिंगाचे आहे विशेष महत्त्व, केवळ स्पर्शाने मिळते पुण्य

स्फटिक शिवलिंग घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाता है।

हां, आपको get more info अवश्य ही कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, किसी विश्वसनीय विक्रेता से ही शिवलिंग खरीदें। शिवलिंग का आकार और गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए, किसी भी तरह का क裂 या खरोंच नहीं होना चाहिए। आप अपनी इच्छानुसार छोटे या बड़े आकार का शिवलिंग चुन सकते हैं।

पारद श्री यंत्र को स्थापित करने की विधि:

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इसे घर या दफ्तर में बने मंदिर में स्थापित करें।

फिर इसे घर के पवित्र स्थल पर पूर्व या उत्तर-पूर्व की ओर स्थापित करें।

इसकी स्थापना सोमवार के दिन चंद्र के होरा में करें।

स्थापना से पूर्व जगह को सही से साफ़-सफाई कर उसपर गंगाजल का छिड़काव करते हुए पवित्र करें।

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